Thursday, May 21, 2009
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कमंडल और खड़ाऊं से लैस एक ऋषि ब्लॉगिया दुनिया में अवतरित हो गया है। चूंकि खड़ाऊं आम चल रहे हैं तो बचा कंमडल में श्राप या आशीर्वाद का जल। अब यह तो मनुष्य की मनुष्यता या दुष्टता पर निर्भर करेगा कि किसे क्या मिलेगा। कार्टूनों की यह बौछार नेताओं और नौकरशाहों के कर्म आचरण पर निर्भर करेगी..
8 comments:
यह काम बखूबी कर लेंगे. :)
bahut hi joradaar vyangy . badhai.
संभल के रहना इनसे नेता जी
ये चीअर्स की आड़ में
चेयर तक पहुँच जाते हैं
अपना उल्लू हर हाल में
सीधा कर जाते हैं
इस में भी कहीं राजनीति होगी, सावधान!
Chair leader या Chair Leader.
Cheer yaa Chair (Kajal Ji ne kahaa)... lender (not Leader) banenge ye log.
Kaahe ke leader?
Leader ke naam par kalank!
badiya cartoon
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